हिमाचल प्रदेश में बड़ी खबर सामने आ रही है जिससे मंडी जिले के सुंदरनगर में रविवार को जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी के स्क्रीनिंग टेस्ट नकल मामले में पुलिस ने 2 अभ्यर्थियों सहित पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही हिमाचल पुलिस ने 10 मोबाइल भी अपने कब्जे में लिए लिया हैं. इस मामले में 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है सभी आरोपी मंडी जिला के बल्ह, सुंदर नगर धर्मपुर व सरकाघाट क्षेत्र के रहने वाले बताये जा रहे हैं. अभी तक पुलिस की जांच में सारे प्रकरण के पीछे शिक्षण संस्थान में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर व क्लर्क ने मुख्य भूमिका निभाई है.
सोमवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने बताया कि परीक्षा केंद्र के दौरान किसी भी तरह का मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि ७ आरोपियों ने पहले सीटिंग प्लान का पता किया उसके बाद रोल नंबर शुरू होने का पता लगाया. उसके बाद सभी आरोपियों ने सीरीज का अंदाजा लगाया और परीक्षा पत्र फोन से ठीक परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक कर दिया.
वहीं, पुलिस के अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि आरोपित अभ्यर्थियों राकेश व अमित ठाकुर को नकल करवाने में मंडी जिला के ही निजी संस्थान में स्टाफ ने मदद की है और आरोपित अभ्यर्थी ने पहले सीटिंग प्लान व प्रश्न पत्र की सीरीज का पता करवाया. इसके उपरांत परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले निजी संस्थान में कार्यरत प्रोफेसर गोपाल ने प्रश्न पत्र के मोबाइल की फोटो खींचकर व्हाट्सएप की.
इसके बाद राकेश के उनके साथियों विवेक, संजीव उर्फ विक्की ने धनोटू में इंटरनेट के माध्यम से प्रश्नों के सभी उत्तर निकाले और फिर नकल की पर्ची जोगिंदर ने महाराजा लक्ष्मण सेन मेमोरियल शिक्षा केंद्र में पहुंचायी. पर्ची लक्ष्मण परीक्षा केंद्र में मौजूद क्लर्क बलवंत ने उस समय राकेश दी जब वह शौचालय के बहाने बाहर आया. वहीं आरोपी राकेश ने अपने एक अन्य साथी को भी प्रश्न पत्र के उत्तर साझा किए थे